Ber ke Fayde jaane,बेर खाने से रहेंगे स्वस्थ |Health benifits of Berry

बेर में पाए जाने वाले पोषक तत्व: 

बेर में विटामिन सी, विटामिन ए, और विटामिन बी12 भरपूर मात्रा में होता है. इसके अलावा, बेर में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं.

एंटीऑक्सीडेंट्स, कैल्शियम, फ़ॉस्फ़ोरस, पोटैशियम, मैग्नीशियम, आयरन, मैग्नीज़.

बेर के फ़ायदे:

*बेर खाने से इम्यूनिटी मज़बूत होती है. 
*बेर में फ़ाइबर भरपूर मात्रा में होता है, इसलिए इसे खाने से पाचन भी बेहतर रहता है. 
*बेर खाने से स्किन ग्लो करती है और पिग्मेंटेशन की समस्या दूर होती है. 
*बेर में एंटी-एजिंग एजेंट भी होता है, जिससे त्वचा लंबे समय तक चमकती रहती है. 
*बेर खाने से कब्ज़ की समस्या में भी आराम मिलता है. 
*बेर में कैलोरी बहुत कम होती है, लेकिन यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत है. 
*बेर में पॉलीफेनॉल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों वाले लाभकारी पादप यौगिक हैं. 

आपको बता दें कि बेर में प्रोटीन, विटामिन सी, बी12, एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई लाभ पहुंचाने में मदद कर सकते हैं. बेर में संतरे से ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है.

बेर में संतरे से ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है. बेर का सेवन करने से हार्ट को हेल्दी रखने में भी मदद मिल सकती है.

सर्दियों के मौसम में आने वाले फ्रेश खट्टे-मीठे बेर खाना भला किसे पसंद नहीं. बेर को स्वाद और सेहत से भरपूर माना जाता है. बेर को (Ber/ Jujube) के नाम से भी जाना जाता हैं. आपको बता दें कि बेर में प्रोटीन, विटामिन सी, बी12, एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई लाभ पहुंचाने में मदद कर सकते हैं. बेर में संतरे से ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है. बेर का सेवन करने से हार्ट को हेल्दी रखने में भी मदद मिल सकती है. इसके अलावा, इसमें मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर रखने में भी मददगार है. तो चलिए जानते हैं बेर खाने से होने वाले अद्भुत फायदे.

1. इम्यूनिटी

बेर में विटामिन सी, बी12 और विटामिन ए भरपूर मात्रा में होते हैं और साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स की भी भरपूर मात्रा होती है. बेर का सेवन करने से इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है.  

2. मोटापा-

मोटापा कम करने के लिए आप बेर का सेवन कर सकते हैं. बेर में फाइबर काफी अच्छी मात्रा में होता है. इसके अलावा, ये मीठे की क्रेविंग को कंट्रोल कर सकता है. साथ ही ये मेटाबॉलिज्म रेट को भी बढ़ाता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है. 

3. ग्लोइंग स्किन-

बेर का सेवन कर स्किन को हेल्दी रख सकते हैं. बेर में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो उम्र के साथ चेहरे पर दिखने वाले निशानों को रोकने और फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद कर सकते हैं. 

4. हार्ट

हार्ट को हेल्दी रखने और जोखिमों से बचाने के लिए आप बेर का सेवन कर सकते हैं. क्योंकि बेर में फाइटोकॉन्स्टिट्यूएंट्स की अच्छी मात्रा पाई जाती है. जो आपके हार्ट को हेल्दी बनाने में मदद कर सकता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.

High fiber content and low calorie count plant of Indian Jujube or Ber with tiny round leaves. Green Ziziphus mauritiana fruits on the tree.
बेर खाने से अन्य फायदेंं

मस्तिष्क विकास में सहयोगी

तनाव, अनिद्रा जैसी बीमारियों में उपयोगी

शरीर की बैक्टीरिया से रक्षा

बेर में मौजूद कैल्शियम दांतों और हड्डियों को मजबूत करता है

लिवर से जुड़ी समस्याओं में उपयोगी

एंटी एजिंग तत्व चेहरे को रखते हैं साफ़

बालों के विकास में लाभदायक

पाचन तंत्र और कब्ज जैसी बिमारी में लाभदायक

बेर की खेती:

बेर की खेती, ऊष्ण और उपोष्ण जलवायु में आसानी से की जा सकती है. बेर की खेती के लिए ज़्यादातर शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में पौध रोपे जाते हैं. बेर की खेती से जुड़ी ज़रूरी बातेंः 

  • बेर के पौधे लगाने के लिए, ज़मीन को पाटा चलाकर समतल कर लें. 
  • ज़मीन को खरपतवार से मुक्त कर लें. 
  • बेर के पौधे लगाने के लिए, नर्सरी से पौधे लें. 
  • पौधों को लगाते समय, जड़ों को कम से कम नुकसान पहुंचाएं. 
  • पौधों को लगाने के लिए, शाम का समय चुनें. 
  • पौधों को लगाने के बाद, हल्की सिंचाई करें. 
  • बेर की खेती में, फ्रूट फ़्लाई से बचने के लिए, फ़्रूट फ़्लाई ट्रैप लगाएं. 
  • बेर की खेती में, कीड़ों से बचने के लिए, दवा का इस्तेमाल करें. 

बेर की खेती से जुड़ी कुछ और बातेंः

  • बेर की खेती के लिए, ज़मीन की उचित जुताई ज़रूरी है. 
  • बेर की खेती के लिए, जगह न तो बहुत सूखी होनी चाहिए और न ही ऐसी जगह हो, जहां बार-बार पानी ठहरता हो. 
  • बेर की खेती में, पौधों के बीच की दूरी 7.5×7.5 मीटर रखें. 

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