बिहार सरकार ने शिक्षकों के स्थानांतरण और पदस्थापन की प्रक्रिया को इसी वर्ष पूरा करने का निर्णय लिया है। शिक्षा विभाग 31 दिसंबर तक नए विद्यालयों में शिक्षकों के स्थानांतरण और पदस्थापन की प्रक्रिया पूरी कर लेगा। रैंडमाइजेशन के आधार पर शिक्षकों को विद्यालय का आवंटन किया जाएगा। महिला और दिव्यांग शिक्षकों से दस पंचायत के विकल्प मांगे जाएंगे।


राज्य के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के स्थानातंरण व पदस्थापन की पूरी कार्रवाई इसी वर्ष पूरा होगा। चालू शैक्षणिक वर्ष में ही शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के स्थानातंरण व पदस्थापन की विधिवत तैयारी की जा रही है।
शिक्षकों के स्थानांतरण और पदस्थापन की प्रक्रिया 31 Dec. तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है |
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महिला एवं दिव्यांग शिक्षकों से लिये जाएंगे दस पंचायत के विकल्प
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के मुताबिक शिक्षकों के स्थानातंरण व पदस्थापन के लिए अगले हफ्ते में वेबसाइट लांच हो जाएगा। उसके बाद शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन लिये जाएंगे। इसके लिए आवेदन का फार्मेट भी शिक्षा विभाग जारी करेगा।
महिला एवं दिव्यांग शिक्षकों से स्थानातंरण व पदस्थापन के लिए दस पंचायत के विकल्प लिये जाएंगे। असाध्य रोगों से ग्रस्त शिक्षकों से भी पंचायत के विकल्प लिये जाएंगे। पुरुष शिक्षकों से अनुमंडल के विकल्प लिये जायेंगे ।उनके मुताबिक, स्थानातंरण व पदस्थापन की संपूर्ण प्रक्रिया में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी। इसके लिए पूरी प्रक्रिया कंप्यूटर के माध्यम से अपनायी जाएगी। उन्होंने ने शिक्षकों को आश्वस्त किया है कि सबकुछ व्यवस्थित तरीके से होगा। घबराने की कोई बात नहीं।
सर्दियों की छुट्टियों में पूरी होगी स्थानातंरण-पदस्थापन के कार्य-
अपर मुख्य सचिव के अनुसार स्थानातंरण व पदस्थापन की कार्रवाई सर्दियों की छुट्टियों में पूरी हो जाएगी, ताकि सर्दियों की छुट्टियों के बाद जब विद्यालय खुलें, तो शिक्षक नए विद्यालय में हों।स्थानातंरण व पदस्थापन के लिए सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों एवं बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा से नियुक्त अध्यापकों के आवेदन एक साथ लिये जाएंगे। आवेदन के लिए शिक्षकों को पर्याप्त समय मिलेंगे।
काउसलिंग से वंचित नियोजित शिक्षकों को मिलेगा मौका
पहली सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों के पदस्थापन विशिष्ट शिक्षक के पद पर होगी। विशिष्ट शिक्षक के पद पर योगदान की तिथि से उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा और सुविधाएं मिलेंगी। पहली सक्षमता परीक्षा पास एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक पास हुए।इनमें से एक लाख 84 हजार 452 नियोजित शिक्षक ही काउंसिलिंग में उपस्थित हुए। शेष 3366 नियोजित शिक्षक अनुपस्थित रहे। उपस्थित एक लाख 84 हजार 452 नियोजित शिक्षकों में से एक लाख 73 हजार 527 नियोजित शिक्षकों की ही काउंसलिंग हो पायी है।शेष 10 हजार 925 नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग विभिन्न कारणों से नहीं हो पायी है। इनमें से काउंसलिंग में अनुपस्थित 3366 नियोजित शिक्षकों को फिर से काउंसलिंग का अवसर दिया जाना है।जिन 124 नियोजित शिक्षकों का बायोमेट्रिक और आधार तो सत्यापित है, लेकिन प्रमाणपत्रों का सत्यापन लंबित है, उन्हें भी फिर से काउंसलिंग का अवसर मिलेगा।जिन 311 नियोजित शिक्षकों का बायोमेट्रिक और आधार तो सत्यापित है, लेकिन मोबाइल नहीं रहने के कारण ओटीपी नहीं गया, उन्हें भी फिर से काउंसलिंग का मौका दिया जाएगा। प्रमाणपत्र की मूल प्रति प्रस्तुत नहीं करने वाले 9,996 नियोजित शिक्षकों को भी काउंसलिंग का अवसर मिलेगा।इससे इतर जिन 32 नियोजित शिक्षकों का आधार सत्यापित हुआ, लेकिन बायोमेट्रिक नहीं तथा जिन 239 नियोजित शिक्षकों, जिनका आधार और बायोमेट्रिक दोनों ही सत्यापित नहीं हुआ, के मामले में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का मंतव्य के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।ऐसे नियोजित शिक्षक, जिन्हें नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाइल नंबर में परिवर्तन कराना है, उन्हें अपने आवंटित जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में आवेदन करने होंगे।