हमारे हिंदू धर्म में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है। ये त्यौहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में प्रतिपदा के दिन मनाए जाते हैं। इस शुभ अवसर पर भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की विधि-विधान सहित पूजा अर्चना की जाती है।

ऐसी मान्यता है कि यह पूजा करने से हमें कष्टों से मुक्ति मिलती है|
कैसे मनाते हैं गोवर्धन पूजा
यह त्यौहर हमारी माता एवं बहनो के द्वारा मनाया जाता है। हमारी माता एवं बहन इस दिन व्रत रहती हैं।
सुबह जल्दी गाय का गोबर इकठ्ठा करती हैं। गोबर से चतुर्भुज आकृति के अंदर भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की चित्र बनाती हैं। आकृति पर धतूरा और रेंगनी का कांटा रख देती हैं। दोपहर के समय गीत गाते हुए उसे कूटती हैं और जल छिड़कती हैं।